उंचाई वाले क्षेत्रों में माइनेस में पहुंचा तापमान
चमोली। देव भूमि उत्तराखण्ड के सीमांत क्षेत्रों में प्रकृति के अनेकों स्वरूप देखे जा सकते हैं मौसम के साथ ये भी बदलते रहते हैं, बरसात का मौसम से कभी चारों ओर हरे भरे बुग्याल, बसंत में भांति भांति के खिले फूलों के साथ शीतकाल में बर्फवारी, एवं पानी के जमने जैसे खूबसूरत तस्वीरों रोमांच पैदा करती हैं। सीमान्त जनपद चमोली के बदरीनाथ, नीतिघाटी में तापमान में लगातार कमी आ रही है जिससे निचले क्षेत्रों में कडाके की ठंड महसूस की जा सकती है। प्रशासन की ओर से अलग अलग स्थानों पर अलाव की व्यवस्थायें की गई है। वहीं उंचाई क्षेत्रों में तापमान माइनेस 20डिग्री तक पहुंच गया है जिससे पानी जमने लगा है, बदरीनाथ धाम में बहता पानी, झरने जम गये है, वहीं भारत चीन सीमा से लगे नीति घाटी में इस तरक की दृश्य बहुतायत मिल रहे हें सडकों पर बह रहा पानी जम गया है, नदियां, झरने, जल स्रोत जमने से एक और जहां ठंड दिन प्रतिदिन बढ रही है वहीं क्षेत्र में जाने वाले लोगों के लिए जम हुए पानी केे झरने अपने आकर्षकता से लोगों का मन मोहित कर रहे हैं। बडी संख्या में लोग टिममर सेंण महोदव बाबा बर्फानी के दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं वहीं जिला प्रशासन की ओर से अपील की गई है कि पानी जमने से सफर जोखिम भरा हो सकता है इसके लिए लोगों को सर्तकता बर्तनी चाहिए, प्रशासन के निर्देशों के अनुपालन के साथ ही सीमान्त क्षेत्रों में जायें।
