भारत की समृद्ध विरासत की गूंज पूरी दुनिया में सुनाई दे रही है: पीएम
समाचार इंडिया/देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा आने वाले पांच सालों में देश विकास का मॉडल बदल जाएगा। यह मोदी की गारंटी है। आज बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में संसद संस्कृत प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि काशी को अब विरासत और विकास के मॉडल के रूप में देखा जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की समृद्ध विरासत की गूंज पूरी दुनिया में सुनाई दे रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी सिर्फ आस्था का केन्द्र ही नहीं है बल्कि यह भारत की शाश्वत चेतना का एक जीवंत केन्द्र भी है। उन्होंने कहा कि विश्व में भारत की प्राचीन प्रतिष्ठा केवल आर्थिक शक्ति पर आधारित नहीं थी, बल्कि इस शक्ति के पीछे इसकी सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और सामाजिक संमृद्धि थी। मोदी ने कहा कि नया काशी नए भारत के लिए एक प्रेरणा के रूप में उभरकर सामने आया है। उन्होंने कहा कि आस्था का केन्द्र कैसे सामाजिक और राष्ट्रीय संकल्पों के लिए ऊर्जा का केन्द्र बन सकता है। मोदी ने विश्वास व्यक्त किया कि यहां के युवा विश्व में भारतीय ज्ञान, परंपरा और संस्कृति के ध्वज वाहक बन सकते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन भाषाओं ने हमारे ज्ञान, विज्ञान और आध्यात्मिकता के विकास में सबसे बडा योगदान किया है उनमें संस्कृत सबसे प्रमुख भाषा है। उन्होंने कहा कि भारत एक विचार है और संस्कृत इसकी मुख्य अभिव्यक्ति है। भारत एक यात्रा है और संस्कृत इसके इतिहास का मुख्य अध्याय है। भारत विविधता में एकता की एक भूमि है और संस्कृत इसके मूल में है। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक समय था जब खगोल विज्ञान, गणित, चिकित्सा, साहित्य, संगीत और कला में अनुसंधान की मुख्य भाषा संस्कृत थी। मोदी ने काशी संसद ज्ञान प्रतियोगिता, काशी संसद फोटोग्राफी प्रतियोगिता और काशी संसद संस्कृत प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार भी प्रदान किए।