महाराज ने यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने पर प्रदेशवासियों और श्रद्धालुओं को दी बधाई
समाचार इंडिया/देहरादून। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि सरकार तीर्थयात्रियों को सरल, सहज, सुगम एवं सुरक्षित यात्रा कराने के लिए कटिबद्ध है। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के पर प्रदेशवासियों और श्रद्धालुओं को बधाई देते हुए पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि चार धामों में से उत्तरकाशी स्थित गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया पर शुभमुहूर्त पर खोल दिए गए हैं। महाराज ने कहा कि केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल व बदरीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि गंगोत्री, यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही आज से चारधाम यात्रा शुरू हो गई है। पर्यटन मंत्री ने कहा कि सरकार चारधाम और हेमकुंड साहिब की यात्रा के लिए सभी तैयारियां पूरी कर चुकी है। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं सहायता के लिए आउट सोर्स माध्यम से पुरुष और महिला “पर्यटन सहायता व सुरक्षा मित्र” की तैनाती की जा रही है। चार धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं का स्वागत करते हुए महाराज ने यात्रियों से विस्तृत सुविधाओं का लाभ लेने के लिए पंजीकरण करवाने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि 18 फरवरी से प्रारम्भ हुये चारधाम एवं हेमकुण्ड यात्रियों के पंजीकरण के तहत अभी तक 16 लाख 89 हजार 496 से अधिक श्रद्धालु यात्रा के लिए अपना पंजीकरण करवा चुके हैं। महाराज ने कहा की केदारनाथ की यात्रा के लिए अब तक 6 लाख से अधिक तीर्थालु पंजीकरण करवा चुके हैं जबकि बद्रीनाथ के लिए 5 पांच लाख सात हजार से अधिक, गंगोत्री के लिए 3 लाख 7 हजार से अधिक, जबकि यमुनोत्री के लिए 2 लाख 62 हजार से अधिक पंजीकरण हो चुके हैं, हेमकुण्ड यात्रा के लिए अब तक 11,614 तीर्थयात्रियों ने अपना पंजीकरण करवाया हैं। धर्मस्य एवं पर्यटन मंत्री महाराज ने बताया कि जीएमवीएन गेस्ट हॉउसों की बुकिंग के तहत अभी तक कुल 10,15,59,209 (दस करोड़ करोड़ पंद्रह लाख उनसठ हजार दो सौ नौ रुपये से अधिक की बुकिंग हो चुकी है। उन्होंने चारधाम यात्रा सुविधाओं का लाभ लेने के लिए श्रद्धालुओं से पंजीकरण करवाने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि श्रद्धालु registrationandtouristcare.uk.gov.in, या व्हाट्सएप नंबर 8394833833 या फिर टोल फ्री नंबर 1364 के जरिये पंजीकरण करवा सकते हैं।