कैंट विधानसभा में महापौर गामा की दावेदारी से अन्य दावेदारों में मची खलबली
प्रदेश में बर्फबारी और बारिश से कंप -कंपाती ठंड के बीच चुनाव आयोग द्वारा चुनाव तिथि का ऐलान होते ही राजनीतिक गरमाहट पैदा कर दी है । प्रदेश की 70 विधानसभाओं में 14 फरवरी को चुनाव की तिथि का ऐलान होते ही हर विधानसभा में कई दावेदार अपनी अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। सत्तारूढ़ भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और उत्तराखंड क्रांति दल में कई नेताओं की दावेदारी से पार्टीयों में प्रत्याशी चयन को लेकर माथापच्ची चल रही है । टिकट को लेकर सबसे अधिक मारामारी भाजपा में दिखाई दे रही है । ऐसे ही राजधानी की कैंट विधानसभा सीट है जो भाजपा का गढ़ माना जाता है । भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हरबंस कपूर इससे पहले यहां से लगातार 8 बार विधायक रह चुके हैं ।अभी कुछ समय पहले उनके निधन के बाद इस सीट पर भाजपा के कई कार्यकर्ताओं ने अपनी -अपनी दावेदारी की है। इस सीट पर जोगिंदर सिंह पुंडीर ,आदित्य चौहान ,विनय गोयल , दिनेश रावत , सविता कपूर जो दिवंगत नेता इस क्षेत्र के लोकप्रिय विधायक हरबंस कपूर की धर्मपत्नी सहित कई अन्य कार्यकर्ता पहले से अपनी दावेदारी कर रहे हैं । महापौर सुनील उनियाल गामा भी लंबे समय से इस विधानसभा में सक्रिय दिखाई दे रहे थे। महापौर के लिए यह सीट कोई नई नहीं है । पूर्व विधायक हरबंस कपूर के करीबी रहे महापौर ने इस विधानसभा को बहुत करीबी से समझा और देखा है। लंबे समय तक उन्होंने विधायक कपूर के साथ काम किया है। और जिस प्रकार गामा ने महापौर रहते अपने तीन साल के कार्यकाल में कई जनहित के कार्य उनके द्वारा किए जा रहे हैं ,उससे उनकी लोकप्रियता में भी इजाफा हुआ है । उनकी काम करने की क्षमता ,सरल स्वभाव दूनवासियों को बहुत प्रभावित किया है। दूनवासी उनके कार्यों की सराहनीय बता रहे हैं चाहे विधुत व्यवस्था हो या ,स्वच्छता ,सामुदायिक भवन, पार्क, सड़क ,नाली निर्माण ,जैसे अनेक कार्य निगम के माध्यम से पहले की अपेक्षा में अधिक हो रहे हैं । शहर में जो पहले जगह -जगह सड़कों के किनारे गंदगी का अंबार रहता था वह इन तीन सालों में अब नहीं दिखाई दे रहा है घर -घर कूड़े उठाने की व्यवस्था की गई है । जिस वजह से देहरादून स्वच्छता सर्वे में देश में 82 स्थान प्राप्त किया जिसे दून वासियों का मान बढ़ा है । 40 नए वार्डों में एलईडी लगाकर अंधकार दूर कर इन क्षेत्रों को रोशन किया है, यह उनकी उपलब्धि है। कैंट विधानसभा में मछली तालाब का सौंदर्यीकरण कर एक नया पर्यटक स्थल बनाने के उनके अथक प्रयास पर कार्य तेजी से चल रहा है। कैंट में निगम द्वारा कई विकास कार्य किए जा रहे हैं । इन सब को देखते हुए महापौर सुनील उनियाल गामा की दावेदारी काफी मजबूत मानी जा रही है। उनके कार्यकाल में किए जा रहे कार्य धरातल पर दिखाई दे रहे हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं का एक बड़ा धड़ा पिछले कुछ समय से महापौर के पक्ष में कैंट सीट पर उनके लिए माहौल बनाता नजर आ रहा है। पार्टी के कई वरिष्ठ कार्यकर्ता, पार्षद उनके पक्ष में खड़े दिखाई दे रहे हैं । भले ही कुछ दावेदार कुतर्क देकर अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं ।लेकिन जो माहौल कैंट विधानसभा में महापौर के पक्ष में दिखाई दे रहा है ,उससे लगता है कि महापौर की दावेदारी को अनदेखा नहीं किया जा सकता।और उनकी मजबूत दावेदारी से अन्य दावेदारों के माथे पर बल साफ दिखाई दे रहा है।