किसानों से सीधा संवाद करेंगे वैज्ञानिक
नई दिल्ली। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद एवं कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्रालय, केंद्र सरकार की पहल एवं कृषि विभाग उतर प्रदेश के सहयोग से 29 मई से 12 जून तक “विकसित कृषि संकल्प अभियान” का आयोजन हरदोई जनपद के विभिन्न ग्रामों में किया जाएगा। इस अभियान का उद्देश्य किसानों को खरीफ मौसम में उगाई जाने वाली प्रमुख फसलों से जुड़ी आधुनिक कृषि तकनीकों, उन्नत बीज किस्मों, प्राकृतिक खेती, फसल बीमा, मृदा स्वास्थ्य कार्ड और आईसीटी आधारित पहलों की जानकारी देना है। इस दौरान भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के एवं कृषि विज्ञान केंद्र संडीला एवं हरदोई के वैज्ञानिक, कृषि एवं कृषि से सम्बंधित समस्त विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी मिलकर प्रतिदिन तीन टीमों के माध्यम से नौ गांवों में जाकर किसानों से प्रत्यक्ष संवाद करेंगे। कृषि विज्ञान केंद्र संडीला हरदोई-II के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ पंकज नौटियाल ने बताया की यह अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “लैब टू लैंड” के विजन को मूर्त रूप देने की दिशा में एक अहम कदम है। इसके अंतर्गत देश के सभी कृषि विज्ञान केंद्रों, आईसीएआर संस्थानों तथा राज्य कृषि, बागवानी, पशुपालन एवं मत्स्य विभागों के अधिकारियों के सहयोग से लगभग किसानों से प्रत्यक्ष संपर्क करने का लक्ष्य रखा गया है। अभियान की औपचारिक शुरुआत माननीय केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान 29 मई को ओडिशा के पुरी से करेंगे। उप निदेशक कृषि विभाग हरदोई सतीश कुमार ने बताया की इस अभियान के माध्यम से किसानों को न केवल आधुनिक कृषि विधियों से अवगत कराया जाएगा, बल्कि मृदा स्वास्थ्य कार्ड के अनुसार उपयुक्त फसल चयन, संतुलित उर्वरकों के प्रयोग तथा सरकारी योजनाओं की जानकारी भी दी जाएगी। इसके अतिरिक्त किसानों से प्राप्त फीडबैक के आधार पर उनके नवाचारों को समझते हुए भविष्य की अनुसंधान दिशा निर्धारित की जाएगी। यह अभियान कृषि उत्पादन बढ़ाने, किसानों की आय में वृद्धि करने एवं उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक प्रभावशाली पहल के रूप में कार्य करेगा।
