मेले पौराणिक संस्कृति के द्योतक हैं: प्रदीप थपलियाल
समाचार इंडिया/रुद्रप्रयाग। सिलगढ़ विकास समिति के तत्वावधान में तीन दिवसीय सिलगढ़ महोत्सव रंगारंग कार्यक्रमों के साथ शुरू हुआ। महोत्सव में स्कूली बच्चों एवं महिला मंगल दलों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुतियां दी। राइंका तैला के प्रांगण में आयोजित तीन दिवसीय सिलगढ़ महोत्सव का शुभारंभ करते हुए मुख्य अतिथि ब्लाक प्रमुख प्रदीप थपलियाल ने कहा कि मेले पौराणिक संस्कृति के द्योतक हैं। इनको संजोए रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। ब्लॉक प्रमुख ने मेला संचालन के लिए एक लाख रुपए देने की घोषणा की। कहा कि मेले को भव्य देने के लिए प्रयास किए जाएंगे। मेले के पहले दिन छात्रों ने स्वागत गीत के साथ मेले का शुभारंभ किया। पहले दिन महिला मंगल दल के साथ विभिन्न विद्यालयों के छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए। गढ़ कला सांस्कृतिक कला मंच की लोक गायिका आरती रावत, विनोद कंडारी व राकेश धरकोटी की टीम ने मां इंद्रासनी व कुष्मांडा देवी जागर के साथ लोक नृत्य झुमैला, मां इन्द्रसेनी, भूमि का भूमियाल नागराजा देवता समेत तमाम सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। मेले में चरखे का आनंद लेने के साथ दुकानों से खूब खरीदारी की जा रही है।