उत्तराखण्ड के भविष्य के लिए प्रभावी मंच बनेगा विज्ञान महोत्सव : मुख्यमंत्री
समाचार इंडिया।गोपेश्वर। सीमांत पर्वतीय जनपद बाल विज्ञान महोत्सव अटल उत्कृष्ट विद्यालय गोपेश्वर में सोमवार से शुरू हो गया। कर्णप्रयाग विधायक अनिल नौटियाल , जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने इसका शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मौके पर जनता को मोबाइल वीडियो सन्देश से सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि मोदी के सशक्त नेतृत्व एवं कुशल मार्गदर्शन में चाहे चंद्रयान मिशन हो, आदित्य मिशन हो, अग्नि या बह्मेश मिसाइल हो, न्यूक्लियर एनर्जी, इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी हो सभी क्षेत्रों में हमारा देश विश्व के शीर्ष देशों में शामिल हो रहा है। यह बाल विज्ञान महोत्सव सभी प्रकार की समस्याओं का वैज्ञानिक समाधान ढूंढने का अनुपम अवसर है। मेरा सभी छात्र छात्राओं से आग्रह है कि इस अवसर का लाभ उठाएं और जब आप यहां से अपने घरों को वापस लौटें तो अपने व्यक्तित्व में एक नयी वैज्ञानिक चेतना के संचार के साथ बढ़े। मुझे पूर्ण विश्वास है कि यह महोत्सव सभी बच्चों के लिए नवाचारी, प्रकृति का विकास करते हुए उत्तराखण्ड के उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रभावी मंच बनेगा।
जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने कहा कि आज कई ऐसे क्षेत्र हैं जिसमें भारत अग्रणी भूमिका निभा रहा है। हमारे देश में अक्षय ऊर्जा, सौर ऊर्जा पवन ऊर्जा के साथ-साथ कम्प्यूटर, मोबाइल चिप का बडे लेवल पर उत्पादन हो रहा है। उन्होंने कहा कि जनपद में हमने शिक्षा के क्षेत्र में काफी इनोवेटिव प्रयास किए हैं। आज के समय में जो सबसे महत्वपूर्ण चीज है वो है बच्चों को पढ़ने की जगह और एक अच्छा इनवार्यमेंट जो सबको नहीं मिलता पाता है। इसलिए पुस्तकालय का रोल अहम हो जाता है हमने जनपद स्तर पर चार पुस्तकालय गौचर, गोपेश्वर, कर्णप्रयाग तथा जोशीमठ बनाए हैं। गोपेश्वर लाइब्रेरी में आज लगभग 120 से अधिक बच्चे अध्ययन करते हैं। कहा कि इस तरह के महोत्सवों से हम बच्चों में वैज्ञानिक स्वभाव को विकसित कर सकते हैं। यूकॉस्ट के महानिदेशक दुर्गेश पन्त ने बताया कि बाल विज्ञान महोत्सव में 6 सीमांत जिलों उतरकाशी, बागेश्वर, पिथौरागढ,चम्पावत,रूद्रप्रयाग तथा चमोली के कुल 240 बच्चे प्रतिभाग कर रहे हैं। महोत्सव में पोस्टर प्रदर्शनी, विज्ञान प्रश्नोत्तरी, कविता पाठ, नाटक और विज्ञान ड्रामा होगा।