शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने की जरूरत : महाराज
समाचार इंडिया। पौड़ी। लोक निर्माण विभाग, पर्यटन, सिंचाई मंत्री तपाल महाराज ने आज पौड़ी में सात करोड़ 13 लाख 13 हजार के निर्माण कार्यो का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि स्थानीय जलवायु और धरातल के अनुरूप नये एक्सपैरिमेंट करते रहें। पहले प्रत्येक क्षेत्र में पायटल प्रोजेक्ट के तौर पर अलग तरह की चिजों को ट्राई करें तथा जिसमें सफलता मिलती है फिर उसको बड़े स्तर पर उत्पादित करें और स्थानीय उत्पादों की ब्राण्डिंग करें तथा उनको मार्केट उपलब्ध करवायें। पेयजल संबंधित योजनाओं की समीक्षा करने के दौरान उन्होंने कहा कि जल निगम और जल संस्थान की आपसी मिसअन्डरस्टेडिंग की वजह से पेयजल की आपूर्ति और गुणवत्ता में किसी तरह की बाधा नहीं आनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि हम पंचायतों को उनको 29 विषयों को हस्तांतरित करने की कार्यवाही तेजी से कर रहे हैं। उन्होंने पंचायतों को विभिन्न विषयों के हस्तांतरण की कार्यवाही को जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत और ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों के साथ-साथ जिला प्रशासन के प्रतिनिधि के समन्वय से पूरा करने को कहा। उन्होंने पर्यटन, कृषि और बागवानी को पहाड़ की रीढ़ बताते हुए कहा कि हमें शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने की जरूरत है। होमस्टे में इस बात का ध्यान रखा जाय कि टौयलेट वेस्टर्न पैटर्न के अनुरूप बनें और उसमें स्प्रे-कागज रोल अनिवार्य रूप से हो ताकि पानी कम खर्च हो सके। उन्होंने भवन निर्माण करते समय स्थानीय डिजाइन व नक्काशी को बढ़ावा देने तथा इस पारंपरिक कला में महारत हासिल लोगों को चिन्हित करते हुए उनसे निर्माण कार्य करवाने की भी अपेक्षा की। उन्होंने नए उत्पाद, नए पौधे, नया बीज के साथ-साथ स्थानीय अनाज, दाल, बीज को भी व्यापक पैमाने पर उत्पादित करवाने के लिए गंभीरता से प्रयास करने के निर्देश दिये। उन्होंने पॉलीहाउस, एयरोपोनिक्स, एक्वापोनिक्स(जल कृषि) के साथ-साथ बुरांस जुस पैकिंग, मालाबार नील उत्पादन, बांस का जगह-जगह रोपण, रामदाना, फाफर, किन्वा(उच्च प्रोटीन युक्त सुपर फूड) उत्पादन, स्थानीय उत्पादन आधारित फैस्टिवल आयोजित करने के साथ ही ‘‘ग्राम उत्सव’’ दिवस मनाने पर भी जोर दिया। उन्होंने स्थानीय मेलों-उत्सवों को बढ़ावा देने तथा उनतक पहुंच सुगम बनाने के लिए सड़क-कनेक्टिविटी में सुधार लाने, सड़क निर्माण करते समय अनिवार्य रूप से पानी की निकासी की व्यवस्था(साइड नाली) करने, सड़क किनारे वन्यजीवों की सुरक्षा दृष्टिगत लगातार झाड़ियों की कटिंग और पेड़ों की लॉपिंग करते रहने के भी निर्देश दिये। पहाड़ में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए तरह-तरह के इनोवेटिव प्रयास करने, शीतकालीन पर्यटन को बढ़ाने के लिए उसी अनुकूलित तैयारी करने, पर्यटन को विभिन्न क्षेत्रों में डायवर्सिफाई करने, पर्यटकों को स्थानीय चिजों से रूबरू करवाने, रिंग रोड़, पैराग्लाइडिंग इत्यादि पर भी कार्य करने के लिए होमवर्क करने के अधिकारियों को निर्देश दिये।उन्होंने कहा कि सभी विभाग इस बात का ध्यान रखें कि विभिन्न कार्यों में गुणवत्ता अच्छी हो तथा कार्य निर्धारित समयावधि में पूरा हो और स्थानीय लोगों की उसमें अधिककाधिक भागीदारी हो।