पूर्व मंत्री व दिग्गज भाजपा नेता केदार सिंह फोनिया का निधन
समाचार इंडिया। देहरादून। पूर्व कैबिनेट मंत्री और अपने दौर के भाजपा के दिग्गज नेता केदार सिंह फोनिया का आज देहरादून के नेहरू कालोनी सहित आवास में निधन हो गया। वह 92 वर्ष के थे और वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनके निधन की सूचना पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उनके आवास पर पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी। स मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश ने एक कुशल नेता व प्रशासक खो दिया है। फोनिया का जन्म 6 अक्टूबर 1930 को चमोली जिले के जोशीमठ में जन्म हुआ था। राजनीति में आने से पहले वह भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रहे। इसके बाद वह राजनीति के मैदान में उतरे और सफल रहे। रामजन्म भूमि को लेकर जब देशभर में राम लहर चल रही थी, तो भाजपा ने उन्हें 1991 में बद्रीनाथ विधानसभा से चुनावी समर में उतारा और उन्होंने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी को पछाड़कर उत्तरप्रदेश विधानसभा मे कदम रखा। जब भाजपा की सरकार up में कल्याण सिंह के नेतृत्व में बनी तो फोनिया को कैबिनेट मंत्री बनाकर उनका राजनीतिक ओहदा बढ़ाया गया। केदार सिंह फोनिया उत्तराखंड की राजनीति में दो दशक से भी ज्यादा समय तक सक्रिय रहे। वे उत्तराखंड के साथ ही उत्तर प्रदेश में भी कैबिनेट मंत्री रहे। । अलग राज्य बनने के बाद 2007 में भाजपा ने उन्हें बद्रीनाथ विस सीट से टिकट दिया और चुनाव जीते। फोनिया को 2012 में भाजपा ने टिकट नहीं दिया तो उन्होंने भाजपा छोड़ दिया और उत्तराखंड रक्षा मोर्चा का दामन थाम लिया। इस पार्टी से वह चुनावी समर में उतरे लेकिन राजेंद्र सिंह भंडारी से वह चुनाव हार गए। लंबे समय तक राजनीति से गायब रहने के बाद 2019 में उन्होंने फिर से भाजपा का दामन थाम लिया। केदार सिंह फोनिया के निधन पर विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण ने शोक व्यक्त किया है। विधानसभा अध्यक्ष ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति, शोकाकुल परिवार तथा समर्थकों को यह गहन दु:ख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की है। विधानसभा अध्यक्ष ने अपने शोक संदेश में कहा है कि पार्टी संगठन एवं राज्य के विकास में केदार सिंह फोनिया का योगदान हमेशा याद किया जाएगा। वे एक समर्पित जन नेता के तौर पर सदैव याद किए जायेंगे।