गर्भवती महिलाओं के लिए स्वास्थ्य सेवाएं हो बेहतर
समाचार इंडिया/बागेश्वर।
जिलाधिकारी रीना जोशी ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की बैठक लेते हुए कहा कि एनएचएम योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण एवं शहरी जनता को उचित एवं गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधायें देना है। उन्होंने शतप्रतिशत गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण कर पंजीकृत गर्भवती महिला का संस्थागत प्रसव कराने के निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारी को दिये, साथ ही शतप्रतिशत बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि शतप्रतिशत गर्भवती का संस्थागत प्रसव बढाने के निर्देश देते हुए कहा कि दूरस्थ क्षेत्रों की गर्भवती महिलाओं को प्रसव से पूर्व ही चिकित्सालयों में लाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कर्मी गर्भवती महिलाओं के गर्भधारण से ही उन्हें पंजीकृत कर उनका प्रसव काल तक नियमित जॉच करायें साथ ही गर्भवती महिलाओं को आयरन, कैल्शियम की गोलियॉ व टीडी डोज देना भी सुनिश्चित करेंगे। राष्ट्रीय प्रतिरक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रत्येक बच्चों को टीटनेश, पोलियो, काली खांसी, डिप्थीरिया, हैपिटार्इटिस, खसरा, रूबेला आदि टीकाकरण समय से लगाया जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रसव पूर्व लिंग जॉच पर निगरानी रखने हेतु जनपद में संचालित अल्ट्रासाउंड सेंटरों का नियमित निरीक्षण किया जाय तथा पीसीपीएनडीटी एक्ट का अनुपालन सुनिश्चित कराया जाय। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 सुनीता टम्टा ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन का मुख्य उद्देश्य जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधायें देकर मातृ एवं शिशु मृत्यु दर कम करना, जनसंख्या का स्थिरीकरण, संचारी एवं गैर संचारी रोगों की रोकथाम एवं नियंत्रण करना है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत मातृ एवं बाल स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, चिकित्सालयों का सुदृढीकरण, मोबाइल मैडिकल यूनिट, 108 एम्बुलेंस सर्विस, प्रतीरक्षण एवं पल्स पोलियों कार्यक्रम, हैल्थ एवं वैलनेस सेंटर, प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलसिस योजना, वैक्टर बोर्न डिजीज कन्ट्रोल, राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम, राष्ट्रीय तम्बांकु नियंत्रण कार्यक्रम, कुष्ठ रोग निवारण आदि कार्यक्रम चलाये जा रहे है, जिनका जनता को लाभ मिल रहा है। उन्होंने बताया कि जनपद में 01 जिला चिकित्सालय के साथ ही 03 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, 29 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, 89 स्वास्थ्य उप केन्द्रों के साथ ही एक-एक टीबी क्लिनिक, ब्लैड बैंक, डायलिसिस केन्द्र, ट्रामा सेंटर संचालित है। इन चिकित्सालयों में स्वीकृत 107 चिकित्सकों के सापेक्ष 104 कार्यरत है। पैरामेडिकल संवर्ग में 189 के सापेक्ष 104 कार्यरत है 90 पद रिक्त है, जिस पर जिलाधिकारी ने नियमित रिक्त पदों को आउटसोंर्सिंग से भरने के निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारी को दिये। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को कोविड वैक्सीनेशन में तेजी लाने के निर्देश दिये साथ ही कहा कि वर्षाकाल चल रहा है इसी समय में डेंगू-मलेरिया होने की संभावनायें रहती है, इसलिये स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर रहे। उन्होंने अधि0अधि0 नगरपालिका, नगरपंचायत को निर्देश दिये कि वे शहरों की नियमित सफाई करें व नालियों को साफ रखें, जल भराव क्षेत्रों व गढ्ढों को चिन्हित कर उन्हें भरना सुनिश्चित करें। उन्होंने नियमित फॉगिंग करने व दवा छिड़काव के निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि डेंगू-मलेरिया बचाव हेतु पोस्टर, पम्पलेट, बेनर, होर्डिंग, मार्इकिंग के माध्यम से जन जागरूकता की जाय। बैठक में अपर जिलाधिकारी चन्द्र सिंह इमलाल, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 हरीश पोखरिया, डॉ0 पीएस जंगपांगी, डॉ0 एनएस टोलिया, जिला कार्यक्रम अधिकारी अनुलेखा बिष्ट, अधि0अधि0 नगरपालिका सतीश कुमार, डीपीएम मनोज पुरोहित, डॉ0 दीपक, डॉ0 जीतेश, डॉ0 राजेश सिंह आदि मौजूद थे।