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खोह नदी का किया स्थलीय निरीक्षण

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समाचार इंडिया/कोटद्वार। 

कोटद्वार नगर में नमामि गंगे कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रस्तावित सीवरेज प्रबंधन, बाढ़ सुरक्षा योजना, नालों की टेपिंग, सीवेज शोधन संयत्रों के निर्माण की परियोजनाओ सहित सहायक नदियों पर घाटों के निर्माण कराये जाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण के निर्देश पर राज्य परियोजना प्रबंधन ग्रुप (एसपीएमजी) नमामि गंगे, सिंचाई विभाग, पेयजल विभाग एवं नगर निगम के अधिकारियों ने संयुक्त रुप से स्थलीय निरीक्षण किया। इस संबंध में आज अधिकारियों ने संयुक्त रुप से कण्वाश्रम पर मालन नदी एवं सिद्धबली मन्दिर पर खोह नदी व गंदे नालों का स्थलीय निरीक्षण किया गया। बता दें की नमामि गंगे कार्यक्रम के अन्तर्गत उत्तराखण्ड राज्य में कराये जा रहे कार्यों की ताजा स्थिति के सम्बन्ध में दिनांक 1 जुलाई को विधानसभा अध्यक्ष द्वारा नमामि गंगे के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक ली गई थी। बैठक में विधानसभा अध्यक्ष द्वारा गंगा एवं इसकी सहायक नदियों को प्रदूषण नियंत्रण एवं जनसुविधा विकसित किये जाने के लिए नमामि गंगे कार्यक्रम के अन्तर्गत किये जा रहे सीवेज एवं रिवर फन्ट डेवलपमेंट के कार्यों की तर्ज पर ही कोटद्वार विधानसभा क्षेत्रान्तर्गत सूखरो, मालन एवं खोह नदी पर स्नान / मोक्ष घाटों का निर्माण, नालों की टेपिंग सीवेज शोधन संयत्रों का निर्माण, बाढ़ सुरक्षा योजना इत्यादि के कार्य किये जाने व विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन, भारत सरकार नई दिल्ली को भेजे जाने के लिए निर्देशित किया गया था। कोटद्वार नगर उत्तर प्रदेश की सीमा से सटा हुआ है जिसे गढ़वाल का द्वार भी कहा जाता है। संयुक्त निरीक्षण में अधिकारियों/अभियन्ताओं द्वारा नमामि गंगे कार्यक्रम के अन्तर्गत स्नान/मोक्ष घाटों का निर्माण, बाढ़ सुरक्षा योजना, नालों की टेपिंग, सीवेज शोधन संयत्रों का निर्माण इत्यादि की परियोजनाएं विकसित किये जाने के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार किये जाने के लिए धरातलीय वस्तुस्थति का स्थलीय निरीक्षण किया गया।

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