तैतीस कोटि देवताओं का आवाहन किया
लक्ष्मण सिंह नेगी/समाचार इंडिया/ऊखीमठ।
तल्ला नागपुर के मध्य भूभाग में बसे भगवान तुंगनाथ की तपस्थली फलासी गाँव में श्रीराम कथा समिति व फलासी, मलांऊ के ग्रामीणों के सयुक्त तत्वावधान में नौ दिवसीय श्रीराम कथा का शुभारम्भ भव्य शोभा कलश यात्रा के साथ हो गया है। नौ दिवसीय श्रीराम कथा के आयोजन से फलासी गाँव सहित तल्ला नागपुर क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय बना हुआ है तथा श्रीराम कथा के पहले दिन सैकड़ों भक्तों ने कथा श्रवण कर पुण्य अर्जित किया। सोमवार को ब्रह्म बेला पर विद्वान आचार्यों ने भगवान तुंगनाथ के मन्दिर में पंचाग पूजन के तहत अनेक पूजाये सम्पन्न कर भगवान तुंगनाथ, मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीरामचंद्र के साथ तैतीस कोटि – देवताओं का आवाहन किया। ठीक दस बजे सैकड़ों भक्त पुराना देवल प्राकृतिक जल स्रोत पर पहुंचे तथा आचार्य चिन्तामणि सेमवाल ने शोभा कलश यात्रा में शामिल 151 जल कलशो की विशेष पूजा – अर्चना कर आरती उतारी तथा शोभा जल कलश यात्रा तुंगनाथ मन्दिर व श्रीराम कथा स्थल के लिए रवाना हुई। शोभा कलश यात्रा के तुंगनाथ मन्दिर व श्रीराम कथा स्थल पहुंचने पर भक्तों की जयकारों से सम्पूर्ण भूभाग गुजायमान हो उठा। श्रीराम कथा के पहले दिन हरिद्वार के प्रख्यात कथावाचक हरि शरण ने मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीरामचंद्र की महिमा का गुणगान करते हुए कहा कि इस जगत के कण – कण से लेकर प्राणी जगत में श्रीराम का वास माना गया है। उन्होंने कहा कि जो मनुष्य श्रीराम कथा में शामिल होकर कथा श्रवण करता है उसे परम आनन्द की अनुभूति के साथ महा सुख की प्राप्ति होती है। परिव्राजकाचार्य स्वामी अच्युतानन्द ने कहा कि मातृ शक्ति धर्म व अर्थ को आगे बढा़ती है इसलिए मातृ शक्ति की प्रकृति भी प्रशंसा करती है! नौ दिवसीय श्रीराम कथा के शुभारम्भ अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए तुंगेश्वर महादेव मन्दिर समिति अध्यक्ष मानवेन्द्र बर्त्वाल ने सभी विद्वान आचार्यों की भूरि – भूरि प्रशंसा करते हुए श्रीराम कथा समिति, ग्रामीणों व क्षेत्रवासियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सभी के सहयोग से श्रीराम कथा का भव्य आयोजन किया जा रहा है! इस मौके पर बाबा सन्तोष नाथ, ब्रह्म सन्दीप भटट्, अरुण प्रसाद डिमरी, मनीष गौड़, देवेन्द्र गौड़, वेद प्रकाश मिश्रा, सन्दीप शर्मा, प्रधान बवीता भण्डारी, श्रीराम कथा समिति व्यवस्थापख बलदीप बर्त्वाल, अध्यक्ष भगवती प्रसाद भटट्, दीपक भण्डारी, जीत सिंह नेगी, बलवीर बर्त्वाल, सते सिंह नेगी, नरेन्द्र सिंह नेगी, बलवीर सिंह करासी, कल्याण सिंह नेगी, चैत सिंह करासी, त्रिलोचन भटट्, भरत सिंह जगवाण,गोविन्द सिंह करासी, दलवीर सिंह करासी, सुरेन्द्र सिंह नेगी, पंचम सिंह नेगी, अमित नेगी जगदीश बर्त्वाल, जीत सिंह बर्त्वाल, भूपाल सिंह नेगी, सहित सैकड़ों रामभक्त मौजूद थे।