डीपीएमआई में वोकेशनल कोर्सेज के लिए करें आवेदन
देहरादून।
शिक्षा का क्षेत्र आज-कल व्यावसायिक शिक्षा की ओर अपना रूख अपनाने लगा है, क्योकि स्टूडेंट्स के बीच व्यवसायिक कोर्स का काफी चलन देखने को मिल रहा है। व्यवसायिक कोर्स के जरिए स्टूडेंट्स को ऐसे स्किल्स सिखाये जाते है, जिसकी जरूरत उन्हें जॉब के दौरान होती है। व्यवसायिक कोर्स के प्रति स्टूडेंट्स के बढ़ते झुकाव को देखते हुए ही भारत में कई कॉलेज और इंस्टीट्यूट व्यवसायिक कोर्स के लिए आवेदन निकालते है। वहीँ राजधानी दिल्ली स्थित दिल्ली पैरामेडिकल एंड मैनेजमेंट इंस्टिट्यूट में 5 वोकेशनल कोर्स के लिए आवेदन शुरू किए हैं। इसमें पैरामेडिकल और हेल्थकेयर एवं होटल मैनेजमेंट क्षेत्र के लिए कई वोकेशनल डिग्री कोर्स है। डीपीएमआई नई दिल्ली द्वारा संचालित बी. वॉक कार्यक्रम में होटल मैनेजमेंट, लैब टेक्निशियन, मेडिकल लेबोरेटरी टेक्निशियन, रेडियोलॉजी एंड मेडिकल इमेजिंग टेक्नोलॉजी, ऑपरेशन थिएटर टेक्नोलॉजी आदि कई कोर्सेज शामिल है। इस मौके पर डीपीएमआई दिल्ली की मैनेजिंग डायरेक्टर पूनम बछेती ने कहा कि भारत में, कौशल-आधारित शिक्षा को एक व्यावसायिक कौशल माना जाता है जो अल्पकालिक प्रशिक्षण या पाठ्यक्रम के माध्यम से औपचारिक शिक्षा क्षेत्र का हिस्सा नहीं होता है और जो अनौपचारिक क्षेत्रों में रोजगार प्रदान करता है। इस तरह के कौशल सरकार की प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) योजना का भी हिस्सा हैं, जिसका उद्देश्य मान्यता और मानकीकरण को बढ़ावा देना है। हालाँकि विशेषज्ञता को औपचारिक शिक्षण प्रणाली में भी विकसित किया जाना चाहिए। आपको बता दें बी.वोक पारंपरिक शैक्षणिक कार्यक्रम से अलग है क्योंकि यह केवल सैद्धांतिक ज्ञान पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय आवेदन-आधारित अध्ययन से अधिक संबंधित है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने कॉलेज/विश्वविद्यालय शिक्षा के हिस्से के रूप में कौशल विकास आधारित उच्च शिक्षा पर एक योजना शुरू की है, जिससे एनएसक्यूएफ के तहत डिप्लोमा/एडवांस डिप्लोमा जैसे कई निकास के साथ बैचलर ऑफ वोकेशन (बी. वोक) डिग्री प्राप्त हुई है। बी वोक कार्यक्रम स्नातक अध्ययन प्रदान करने वाले विश्वविद्यालयों और कॉलेजों पर केंद्रित है जो व्यापक आधारित सामान्य शिक्षा के साथ विशिष्ट नौकरी भूमिकाएं भी शामिल करेगा। यह बी.वोक पूरा करने वाले स्नातकों को सक्षम करेगा। उपयुक्त रोजगार प्राप्त करके, उद्यमी बनकर और उचित ज्ञान सृजित करके भारत की अर्थव्यवस्था को गति देने में सार्थक भागीदारी करना। चिकित्सा प्रयोगशाला प्रौद्योगिकी में प्रस्तावित व्यावसायिक कार्यक्रम कौशल, हेमेटोलॉजिकल से संबंधित व्यावसायिक शिक्षा और सामान्य शिक्षा की उपयुक्त सामग्री का एक विवेकपूर्ण मिश्रण होगा। इसे मेडिकल क्षेत्र में उभरती प्रवृत्तियों और चुनौतियों से निपटने के लिए छात्रों को तैयार करने के उद्देश्य से बनाया गया है।