उत्तरायणी मेले का का समापन
बागेश्वर। जिले के धार्मिक, ऐतिहासिक, पौराणिक उत्तरायणी मेले का आज रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों और पुरस्कार वितरण के साथ समापन हुआ। मेले का विधिवत समापन करते हुए मुख्य अतिथि जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने मेले को शान्ति पूर्वक संपन्न कराने में अधिकारियों, मेला कमेटी सहित ड्यूटी में लगे कर्मचारियों व सुरक्षा बलों के सहयोग के लिए आभार व्यक्त करते हुए सभी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि मेले हमारे सांस्कृतिक धरोहर है, इन्हें संजोए रखना हम सभी का दायित्व है। उन्होंने विभिन्न सांस्कृतिक दलों शानदार प्रस्तुतियों को भी सराहा। उन्होंने कहा राष्ट्र कि सांस्कृतिक विविधता को समाहित करने वाला यह सांस्कृतिक आयोजन, हम सभी को अपने सामाजिक उत्तरदायित्व के निर्वहन के संकल्प की भी याद दिलाता है। इस तरह के सांस्कृतिक मेले आने वाली पीढ़ी को हमारी लोक संस्कृति से परिचित कराने का कार्य कर रहा है। राष्ट्र और संस्कृति को प्रत्यक्ष रूप से जानने का अवसर प्रदान करने वाला यह सांस्कृतिक मेला, निश्चित रूप से हमारी आगामी पीढ़ी के लिए सामाजिक समरसता को प्रगाढ़ करने का कार्य करेगा। ऐसे सांस्कृतिक आयोजनों के माध्यम से हमारे राज्य के कलाकारों को भी एक मंच प्राप्त होता है और उनकी कला को प्रोत्साहन मिलता है। वहीं पुलिस अधीक्षक चंद्रशेखर आर घोड़के व उपजिलाधिकारी/मेलाधिकारी मोनिका ने सभी का धन्यवाद व आभार प्रकट करते हुए कहा कि बेहतर तालमेल से मेले का सफल संचालन सम्भव हो सका। उन्होंने मेले में आये मेलार्थियों, व्यापारियों एवं कलाकारों का भी आभार व्यक्त किया।