संस्कृत शिक्षकों ने की संस्कृत सचिव से भेंट
देहरादून। जिला संस्कृत शिक्षक संघ के प्रतिनिधिमंडल ने संस्कृत शिक्षा सचिव दीपक कुमार से भेंटकर उन्हें संस्कृत विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को मिल रहे अल्प मानदेय पर चर्चा करते हुए समस्याओं से अवगत कराया। गैरसैंण में तीन दिवसीय मानसून सत्र के समापन के उपरांत जिले में पहुंचे संस्कृत सचिव दीपक कुमार से संस्कृत शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष जयप्रकाश गौड़ के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने भेंट कर समस्याओं से अवगत कराया। बताया कि वह लंबे समय से संस्कृत विद्यालय और महाविद्यालयों में अल्प मानदेय में कार्य करते आ रहे हैं, पर शासन स्तर पर उनकी सुध नहीं ली जा रही है। प्रबंधकीय संस्कृत अध्यापकों की कठिन मेहनत से ही संस्कृत विद्यालय व महाविद्यालय जीवित है। कहा कि संस्कृत एवं संस्कृति संरक्षण के लिए संस्कृत शिक्षकों ने अपने जीवन समर्पित कर दिया है। शिक्षक लंबे समय से समायोजन की मांग करते आ रहे हैं, पर उन्हें कोरे आश्वासन के कुछ नहीं मिल रहा है। प्रतिनिधिमंडल ने संस्कृत सचिव से कहा कि उत्तराखंड में संस्कृत को द्वितीय राजभाषा का दर्जा दिया गया है, पर इसके संरक्षण, संवर्धन का जिम्मेदा अल्प मानदेय वाले शिक्षकों के कांधों पर है। उन्होंने प्रदेश स्तर पर तैनात 155 संस्कृत शिक्षकों के समायोजन की मांग की, जिस पर संस्कृत सचिव ने उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया। कहा कि संस्कृत भाषा के विकास के लिए प्रदेश स्तर पर अगले छह माह में ठोस प्रयास किए जाएंगे।