जल उत्सव को लेकर जनजागरूकता चलाएं
समाचार इंडिया। उत्तरकाशी। जनपद में जल सरंक्षण व संवर्धन हेतु डुण्डा, भटवाड़ी, चिन्यालीसौड, नौगांव, पुरोला तथा मोरी ब्लाकों में सरोवरों, तालाबों व जलाशयों के पुनरोद्धार को लेकर सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों की आवश्यक बैठक ली । जल संचय के अंन्तर्गत जल स्रोतों के संवर्धन को लेकर बैठक में उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि ऐसे जलाशय जो गतिशील अवस्था में नहीं है । उनके पुनरोद्धार को लेकर कार्यों को सम्पादित करने के लिये आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर ली जायें । मिशन मोड़ पर जल सरंक्षण व संवर्धन के कार्यों की कवायद को तेजी से बढ़ाने के निर्देश देते हुये कहा कि यह भी सुनिश्चित कर लिया जाये कि कार्यो को उच्च प्राथमिकता प्रदान करते हुये चिन्हित कार्यों की प्रगति का डाटा सही रूप से अपलोड कर लिया जाये । सहायक नदियों में जल सरंक्षण कार्यों पर जोर देते हुये कहा कि ऐसे कार्यों को भी सम्मिलित कर लिया जायें l जिससे पर्यटन तथा मत्स्य पालन के क्षेत्र में लोगों को आय सृजन के अवसर प्राप्त हो ।जल संचय व जल सरंक्षण की परिकल्पना को साकार करते हुये जनपद के समस्त ब्लाकों में 01 से 07 जून, 2024 तक जल उत्सव कार्यक्रम का विशेष आयोजन प्रस्तावित है । कहा कि आजीविका संवर्धन में भी जल संरक्षण का महत्वपूर्ण योगदान है। अतः आजीविका के तहत किए जाने वाले कार्यों में सरोवरों/तालाबों से जल संचय के अंन्तर्गत कृषि व बागवानी के क्षेत्र में कृषकों की आजीविका जहां सुदृढ़ होगी वहीं आय सृजन के भी बहुयामी परिणाम प्रदर्शित होंगे। बैठक में जलागम, जलनिगम, सिंचाई, कृषि, जल संस्थान, स्वजल आदि रेखीय विभागों के अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करते हुए आपसी समन्वय के साथ कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिये । कहा कि जल तालाबों व सरोवरों के पुनरूद्वार में जिला स्तर, ब्लाॅक स्तर एवं ग्राम पंचायत, न्याय पंचायत आदि स्तरों के माध्यम से 1 से 7 जून के मध्य जल उत्सव कार्यक्रम में गोष्ठियों के माध्यम से जन-जागरूकता लाई जानी निंतान्त आवश्यक है।