कार्यों की भिन्नताओं पर विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश
समाचार इंडिया/उत्तरकाशी। मुख्य विकास अधिकारी जय किशन ने चिन्यालीसौड ब्लाक से सम्बंधित विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि ब्लाक स्तर पर जिन भी कार्यों का संपादन किया जा रहा ध्यान रहे कि ठोस कार्य योजना के साथ क्रियान्वित किया जाये। उन्होंने आजीविका के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हुये कहा कि लोकल उत्पादों की उपलब्धता व कलस्टर के माध्यम से जुड़ी महिला समूहों को आत्म निर्भरता की ओर ऐसे प्रयास कराये जायें, जिससे स्थानीय उत्पादों को बाजार में एक विशेष पहचान मिल सके। उन्होंने जनपद के विभिन्न ब्लाक मिशन मैनेजरों को दक्षता की दिशा में हिमोत्थान ऑर्गेनाइजेशन के तहत प्रशिक्षण देने के निर्देश दिये। उन्होंने यह भी कहा स्वयं सहायता समूहों महिलाओं को कोल्ड स्टोरेज, सब्जी उत्पादन जैसे अन्य गतिविधियों के तहत ट्रेनिंग के जरीये सुदृढ़ बनाया जायें। मुख्य विकास अधिकारी ने खण्ड विकास अधिकारी चिन्यालीसौड निर्देशित करते हुये कहा कि आजीविका, कृषि, मत्स्य, उद्यान आदि सम्बंधित विभागों की प्रत्येक 15 दिन में प्लान के साथ बैठक करना सुनिश्चित करे। मुख्य विकास अधिकारी ने लखपति दीदी व डेरी विकास के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों की बेहतर प्लानिंग के साथ रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश ब्लाक मिशन मैनेजर चिन्यालीसौड को दिये। उन्होंने परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास को निर्देश दिये कि एनआरएलएम व रीप द्वारा किये जा रहे कार्यों की भिन्नताओं पर विशेष रूप से ध्यान दिया जायें। उन्होंने कहा कि पर्यटन की दृष्टि से जनपद विभिन्न स्तरों से काफी विख्यात है। अतः जनपद में यात्रा पडावों के मुख्य मार्गों पर ऐसे स्थानीय उत्पादों को विक्रय के लिये रखा जायें। जिनसे स्वरोजगार के साथ-साथ लोकल उत्पादों को विशेष पहचान मिलें। तत्पश्चात उन्होंने मनरेगा में किये जाने वाले विकास कार्यों को निर्धारित मानकों के तहत पूर्ण किये जाने के आवश्यक निर्देश दिये।