भगवान रुद्रनाथ की नगरी को मिलेगी नई पहचान
समाचार इंडिया/रुद्रप्रयाग। जिलाधिकारी सौरभ गहरवार की पहल पर रुद्रप्रयाग संगम तट को योग केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। इसका आगाज रविवार सुबह जिला स्तरीय अधिकारियों, कर्मचारी एवं जनप्रतिनिधियों ने संगम तट पर योग की पहली क्लास लेकर किया। रविवार सुबह संगम तट पर योग करने पहुंचे रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी ने जिला अधिकारी के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि भगवान रुद्रनाथ की नगरी में संगम तट पर योग अभ्यास शुरू होना हमारे लिए गर्व की बात है। भगवान नारद की इस तपस्थली का सदुपयोग पहली बार जनपद में शुरू हो सका है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ शरीर, मस्तिष्क और भौतिकवाद को त्यागना ही योग का उद्देश्य है और इसके लिए नियमित योग अभ्यास होना जरूरी है। जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने इस प्रयास का श्रेय स्थानीय जनप्रतिनिधियों को देते हुए कहा कि मां गंगा के तट पर योग अभ्यास करना अपने आप में एक आनंद की अनुभूति देता है। उन्होंने सभी लोगों से अपने दिनचर्या में योग अभ्यास को शामिल करने की अपील की। साथ ही अपने आसपास अन्य लोगों को भी योग से जोड़ने को कहा। इस दौरान जिलाधिकारी ने संगम तट पर बने मंदिर एवं आश्रम का निरीक्षण भी किया। उन्होंने जिला पर्यटन अधिकारी को संगम तट को योग केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए अनिवार्य प्रयास करने के निर्देश भी दिए। साथ ही नगर पालिका को सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर योग गुरु मयंक पवार ने योग प्रशिक्षण दिया। जिलाध्यक्ष भाजपा महावीर पंवार ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार, जिला विकास अधिकारी अनीता पंवार, जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे, अधिशासी अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग मीनल गुलाटी, अधिशासी अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग श्रीनगर तनुज कांबोज, रुद्रप्रयाग निर्भय सिंह, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका सुशील कुरील, वैक्क्तिगत सहायक ओम प्रकाश बिष्ट, सौरभ असवाल, तहसीलदार रुद्रप्रयाग राम किशोर ध्यानी, अध्यक्ष व्यापार सभा रुद्रप्रयाग राय सिंह बिष्ट, सभाषद सुरेंद्र सिंह रावत, ग्राम प्रधान मयकोटी अमित प्रदाली सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी एवं जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।