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हर मर्ज की दवा है, खट्टा, मीठा बेर

समाचार इंडिया। देहरादून। क्या आपने कभी सोचा है कि स्कूलों के आसपास बेहद सस्ते दामों में बिकने वाला बेर हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहत लाभकारी होता है। ये फल त्वचा से लेकर हड्डियों तक की समस्याओं को करता है दूर है। चीनी सेब के नाम से प्रसिद्ध औषधीय गुणों से भरपूर सबसे प्राचीन फलों में से एक बेर भारत के गर्म तापमान वाले  स्थानों में पाया जाता है। दिखने में छोटा से इस फल में विटामिन सी और विटामिन बी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसके साथ ही इसमे  कैल्शियम, फॉस्फोरस, लौह और ग्लूकोज प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।  बेर का पेड़ झाड़ीनुमा व कंटीला होता है।  इसका फल पौष्टिक होने के साथ ही औषधीय गुणों से भरपूर होता है। त्वचा  कटने या घाव होने पर बेरी के फल का गूदा घिसकर लगाने से  जल्दी ठीक हो जाता है । इस फल को फेफड़े संबंधी बीमारियों व बुखार  के लिए भी अचूक माना जाता है। इसका जूस बनाकर पीने से बुखार जल्द ठीक हो जाता है, साथ ही फेफड़े से सम्बंधित बीमारी से भी राहत मिलती है।  बेर को नमक और कालीमिर्च के साथ खाने से अपच और कब्ज की समस्या से भी छुटकारा मिलता है। बेर में सेपोनीन और पॉलिसैक्राइड्स जैसे फ्लेवोनॉयड प्रचुर मात्रा में होते हैं, सपोनिन को अच्छी और गहरी नींद लाने में सहायक माना जाता है। ये आपके नर्वस सिस्टम को शांत करता है और गहरी नींद आती है। बेर में आयरन और फास्फोरस की बहुत अधिक मात्रा पाई जाती है, और  जिन लोगों को एनीमिया की समस्या होती है उनके लिए  बेर काफी फायदा पहुंचाता है। ये  आयरन की कमी को दूर करने में मदद कर सकता है। बेर आपके चेहरे के लिए भी काफी फयादेमंद होता है, क्यों कि इसमें विटामिन सी और एंटी ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं और त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाने में मदद करते हैं। इसके सेवन से इसमें मौजूद तत्व चेहरे से फाइन लाइंस, पिगमेंटेशन दूर करने के अलावा त्वचा को चमकदार बनाने में कारगर होता है, अगर आपकों  घबराहट, उल्टी, पेट में दर्द की समस्या है तो बेर को छाछ के खाने से यह समस्या पूरी तरह से खत्म हो जाती है। बेर की पत्तियां तेल के साथ लपेटकर लगाने से लीवर संबंधी समस्या, अस्थमा व मसूड़ों के घाव को भरने में भी मदद मिलती हैं। बेर में अमीनो एसिड, बायोएक्टिव पदार्थ और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो मानव कैंसर कोशिकाओं से लड़ने में आवश्यक माने गए हैं। बेर हड्डी और दांतों को मजबूत बनाने में भी सहायक है। अगर आप गठिया एवं वात जैसी बीमारियों से पीड़ित है तो बेर की जड़ों का जूस  बनाकर थोड़ी-सी मात्रा में पीने से इन बीमारी से छुटकारा मिलता है। बेर की पत्तियों में 61 आवश्यक प्रोटीन पाए जाते हैं।साथ ही विटामिन सी, केरिटलॉइड और बी कॉम्प्लेक्स भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसके साथ ही अनेक स्थानों पर  बेर को पकाकर, व उबालकर चटनी बनाई जाती है। इससे जैम, टॉफी, अचार आदि भी बनाए जाते हैं।

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