छात्रों ने रखे अपने विचार
समाचार इंडिया। बागेश्वर। संवाद वैलफेयर सोसायटी कर तत्वाधान में बागेश्वर नगर पालिका सभागार में नशा एक अभिशाप और समाधान की संभावनायें विषय पर भाषण प्रतियोगिता आयोजित हुयी। प्रतियोगिता में 11 इंटरकॉलेज के 15 छात्राओं और 6 छात्रों ने अपने विचार रखे। बच्चों ने नशे के कारोबार को दूर करने में सरकार की अब तक की तमाम कोशिशों को सिरे से नकार दिया। जीजीआईसी मंडलसेरा की छात्रा सुमन नेगी ने कहा कि सरकार आबकारी या अन्य नशे से जुड़े उत्पादों को अपनी आय बढ़ाने के साधन के तौर पर उपयोग ना करे। सरकार को जमीनी स्तर पर शिक्षा प्रणाली को मजबूत करना होगा। उन्होंने कहा कि तमाम तंबाकू उत्पादों में चेतावनी लिखी होती है इसके बावजूद लोग इनका प्रयोग करते हैं। शिक्षा के साथ जागरूकता होगी तो नशे से होने वाली समस्यायें दूर होंगी। कंटीवाइड स्कूल के रोहित खेतवाल ने कहा कि बच्चों में नशे की प्रवृत्ति बढ़ना अच्छे संकेत नहीं हैं। स्कूलों में नशे के खिलाफ अभियान चलाना होगा साथ ही शिक्षकों को एक आदर्श प्रस्तुत करना होगा। केन्द्रीय विद्यालय की छात्रा रिया ने कहा कि नशे के खिलाफ अभिभावकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। अपने बच्चों पर अंकों का बोझ डालने से बेहतर है अभिभावक बच्चों के साथ र्प्याप्त समय बितायें और उन्हें संस्कारित करें। आनंदी एकेडमी की निष्ठा भटट ने कहा कि नशे पर अंकुश ना लगने के कारण भारत विश्व में दूसरा सबसे बड़ा तंबाकू उत्पादक देश बन गया है। यह चिंता की बात है।
प्रतियोगिता में निर्णायक रहे हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता डीके जोशी, उद्यमी एवं सामाजिक कार्यकर्ता दिलीप सिंह खेतवाल और महाविद्यालय की प्रचार्य डॉ नेहा भाकुनी ने कहा कि नशे के खिलाफ बच्चों को अधिक संख्या में शामिल होना अच्छे संकेत हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे अभियान में छात्राओं ने अधिक संख्या मे भागीदारी की है। आने वाले समय में इसके अच्छे परिणाम सामने आयेंगे।