दो दिवसीय पर्यावरण संगोष्ठी का किया आयोजन
समाचार इंडिया/देहरादून। प्रकृति और वन्यजीव संरक्षण में सशस्त्र बलों की भूमिका पर देहरादून में दो दिवसीय पर्यावरण संगोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में वन्यजीव संरक्षण, संरक्षण रणनीतियों, कानून प्रवर्तन, सामुदायिक जुड़ाव पर गहन चर्चा की गई। गोष्ठी में मेजर जनरल टीएम पटनायक ने भारत के समृद्ध और विविध वन्यजीवों, पारिस्थितिकी प्रणालियों और प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा के लिए सशस्त्र बलों के महत्वपूर्ण योगदान पर प्रकाश डाला । उन्होंने कहा कि वनों की कटाई के कारण जलवायु परिवर्तन, बाढ़ और भूस्खलन जैसी आपदाएं बढ़ गई हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय सशस्त्र बल ने पर्यावरण संरक्षण को प्रोत्साहित करके वन्यजीवों की रक्षा करके अपने सैन्य स्टेशनों और छावनियों में सूक्ष्म स्तर पर पर्यावरण संरक्षण में योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि सेना अब महत्वपूर्ण वन्य जीवन और पर्यावरणीय कारकों पर शिक्षा और प्रशिक्षण को बढ़ावा देकर सभी बलों के कर्मियों के बीच पर्यावरण जागरूकता की मेजबानी करने के लिए विस्तारित हो रहा है। उधर पिथौरागढ़ जिले के राजकीय इंटर कालेज, पांगू में वन्यजीव सप्ताह के अन्र्तगत एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। अल्मोड़ा के गोविन्द बल्लभ पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में वन्यजीव सप्ताह के महत्व, संरक्षण प्रयासों और जनमानस की भागीदारी के साथ ही संस्थान द्वारा भारतीय हिमालयी क्षेत्रों में किये जा रहे प्रयासों एवं शोध परियोजनाओं की जानकारी दी गई।