पूर्व पर्वतीय विकास मंत्री पूरन चंद शर्मा का निधन
समाचार इंडिया। हल्द्वानी। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष व उत्तर प्रदेश की कल्याण सरकार में पर्वतीय विकास मंत्री रहे व उत्तराखंड मंडी परिषद के पूर्व अध्यक्ष पूरन चंद शर्मा का आज हल्द्वानी स्थित उनके निवास में निधन हो गया। वह (78) वर्ष के थे। पूरन चंद्र शर्मा लंबे समय से बीमार चल रहे थे। परिवार सूत्रों के मुताबिक पूरन चंद्र शर्मा का अंतिम संस्कार 27 सितम्बर को रानीबाग के चित्रशिला घाट पर किया जाएगा। वह अल्मोड़ा जिले के बारामंडल सीट से विधायक रहे। वह उत्तराखण्ड राज्य गठन के बाद वर्ष 2000 में भाजपा का प्रथम प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उनके निधन पर शोक जताया है। और इसे पार्टी के लिए अपूर्णीय क्षति बताया। उन्होंने कहा कि अविभाजित उत्तर प्रदेश में उन्होंने पर्वतीय विकास मंत्रालय का जिम्मा संभाला और उस दौर में अनेक उल्लेखनीय कार्य हुए । पूरन दा के नाम से प्रसिद्ध पूरन चंद्र शर्मा पहाड़ के चुनिंदा जनसंघियों में से एक रहे। खांटी जनसंघी व जनता पार्टी के नेता सोबन सिंह जीना की संगत में शर्मा जेपी आंदोलन में शामिल हुए वह आपातकाल में जेल में रहे। जब 1977 में जनसंघ जनता पार्टी बनी तो सोबन सिंह जीना को अल्मोड़ा का जिलाध्यक्ष बनाया गया। साथ ही पूरन चंद्र शर्मा को महामंत्री बनाया गया। जब 1980 में जनता पार्टी ने भाजपा के रूप में जन्म लिया तो पूरन चन्द्र शर्मा 1989 तक भाजपा के जिला महामंत्री रहे। 1991 में राम लहर के प्रचंड वेग में उन्होंने अल्मोड़ा के बारामंडल विस सीट से चुनाव लड़ा और विधायक चुने गए। उत्तर प्रदेश में बहुमत के साथ भाजपा सत्ता में आई तो कल्याण सिंह मुख्यमंत्री बनेऔर शर्मा को पर्वतीय विकास मंत्री बनाया गया। राज्य गठन के बाद वर्ष 2000 में शर्मा को उत्तराखंड भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया।