उत्तराखंड ऐसा पहला राज्य जो समान नागरिक संहिता को लागू करेगा: धामी
समाचार इंडिया/देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज हरिद्वार में चल रही विश्व हिंदू परिषद की दो दिवसीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक के तीसरे सत्र में शामिल होने के लिए हरिद्वार पहुंचे, श्री कृष्णा आश्रम कनखल में चल रही इस बैठक में पहुंचने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी संतो का माल्यार्पण करके स्वागत किया और उनका आशीर्वाद लिया तथा संतो से अपना आशीर्वाद बनाए रखने और उनको दिशानिर्देश देते रहने का अपेक्षा की, ताकि वह उत्तराखंड और देश के लिए और धर्म अध्यात्म और सनातन के लिए कार्य करते हुए सन्मार्ग पर आगे चलते रहे ,पुष्कर सिंह धामी ने इस दौरान मीडिया से बात करते हुए कहा कि संतों ने जो उनसे अपेक्षा किए हैं उनको पूरा करने का कार्य करेंगे, साथ ही उन्होंने बताया कि उत्तराखंड ऐसा पहला राज्य बनने जा रहा है जो समान नागरिक संहिता को लागू करेगा और इसका ड्राफ्ट लगभग तैयार हो गया है जो 30 जून तक मिल जाएगा, समान नागरिक संहिता लागू होने के बाद और देश में सभी धर्म संप्रदाय और पंथों के लिए एक ही कानून की व्यवस्था होगी और यह ड्राफ्ट अन्य राज्यों के लिए मॉडल के रूप में कार्य करेगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र न्यास के ट्रस्टी महामंडलेश्वर स्वामी परमानंद महाराज कर रहे है और बैठक में बड़ी संख्या में संत समाज उपस्थित रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि हमारे संतगण धर्म और अध्यात्म और संस्कृति के लिए अपने संपूर्ण जीवन को लगाते हैं त्याग तपस्या के कारण आज हमारा सनातन जो सनातन हमारा जो चल रहा है जो संस्कृति आगे बढ़ रही है उसमें उनका बहुत बड़ा योगदान है मैं भी उनके मार्गदर्शक मंडल में पूज्य संत गण पूरे देश से आए हैं मैं उनका आशीर्वाद लेने के लिए आया हूं उनका आशीर्वाद निश्चित रूप से मार्गदर्शन से हम संग मार्ग में चले हम धर्म के मार्ग पर चलें अच्छ काम करें यह संकल्प हमारा और दृढ़ होगा इसलिए आज सब का आशीर्वाद लेने के लिए आया हूं, जो भी हमसे संत गणों की भी अपेक्षा है संत गणों की सभी अपेक्षाओं को हम लोग आगे बढ़ाएंगे क्योंकि संत गणों का अपना तो कुछ नहीं होता वह जो कहते हैं समाज के लिए कहते हैं देश के लिए कहते हैं धर्म के लिए कहते हैं आध्यात्मिक के लिए कहते हैं, समान नागरिक संहिता 30 जून तक उसकी रिपोर्ट आ जाएगी और उत्तराखंड भारत का पहला ऐसा राज्य है जहां समान नागरिक संहिता का ड्राफ्ट लगभग तैयार हो चुका है हमारे राज्य का जो ड्राफ्ट है वह संपूर्ण भारत को आने वाले समय में एक मॉडल के रूप में काम करेगा बी और यह सौभाग्य हमको मिला है कि सभी पंथों के लिए सभी धर्मों के लिए सभी समुदाय, समुदाय के लिए एक समान नागरिक संहिता लागू करने की दिशा में हम आगे बढ़ेंगे।