जी-20 सम्मेलन में दिखेगी लोक कला संस्कृति की झलक
समाचार इंडिया/बागेश्वर। देवभूमि उत्तराखंड के भयेड़ी, बागेश्वर निवासी मोहन चंद्र जोशी जी-20 सम्मेलन ऋषिकेश में विदेशी मेहमानों को बांसुरी की लोकधुनें सुनाएंगे। वह मंगलवार को यहां से रवाना हो गए हैं। जोशी ने बताया कि नन्दाहरि लोक कला संरक्षण समिति के तत्वावधान में कलाकारों की टीम आगामी 24 से 28 मई के मध्य ऋषिकेश देहरादून में जी-20 के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में विदेशी मेहमानों को अपनी लोक कला संस्कृति की झलक प्रस्तुत करेंगी। उन्होंने बताया कि लोककला को विदेशी मेहमानों तक पहुंचाने का मौका मिला व उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और आतिथ्य का अनुभव कराया जाएगा। लोक वाद्य जौँया मुरली, हुड़का, डौंर,बिणाई के मधुर संगीत के साथ बेड़ू पाको की धुन सुनाई जाएगी। संस्कृति विभाग उत्तराखंड द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में छह सदस्य प्रतिभाग कर रहे है। जिसमें मोहन चंद्र जोशी बांसुरी, गोविंद हुड़का, सुरेंद्र डौंर, सुमित तबला, रविन पैड और अनिल कीबोर्ड पर संगत देंगे। बताते चलें कि मोहन चंद्र जोशी के द्वारा जी-20 रामनगर सम्मेलन में भी आए हुए विदेशी मेहमानों को अपनी लोक कला संस्कृति के विभिन्न गीतों की प्रस्तुति दी। जिसकी विदेशी मेहमानों ने भूरी भूरी प्रशंसा भी की थी।