जिलाधिकारी ने प्रशिक्षण कार्यों का लिया जायजा
समाचार इंडिया/चमोली। पर्यटन विभाग के तत्वावधान में स्टेट इंस्टीट्यूट आफ होटल मैनेजमेंट एवं कैटरिंग संस्थान द्वारा उर्गम (कल्पेश्वर) में होमस्टे संचालको को 21 से 23 अप्रैल तक तीन दिवसीय सामान्य व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। शिविर में गांव के करीब 35 होमस्टे संचालक प्रशिक्षण ले रहे है। जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने शनिवार को उर्गम पहुंचकर प्रशिक्षण कार्यो का जायजा लिया। उन्होंने होमस्टे संचालकों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि पर्यटकों से अच्छा व्यवहार रखते हुए उनको अच्छी सुविधाएं और हर संभव मदद करें। पर्यटकों को स्थानीय व्यंजन एवं उत्पादों की जानकारी देते हुए स्थानीय संस्कृति से जोडने का प्रयास करें। अच्छी सुविधाएं मिलने पर यहां पर्यटकों की आवाजाही और भी बढेगी। जिलाधिकारी ने होमस्टे संचालकों से फीडबैक लेते हुए उनकी समस्याओं को भी जाना। कहा कि क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को बढाने के लिए सभी प्रयास किए जा रहा है।जिलाधिकारी ने पर्यटन अधिकारी को उर्गम से जाने वाले ट्रैक मार्गों के सुधारीकरण, मार्ग में ब्यू प्वाइंट, साइनबोर्ड एवं पर्यटकों के दृष्टिगत जरूरी सुविधाओं को विकसित करने हेतु प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। जिला पर्यटन अधिकारी एसएस राणा ने होमस्टे संचालकों को ट्रैकिंग ट्रक्शन योजना की जानकारी देते हुए बताया कि पुराने कमरों की मरम्मत के लिए 25 हजार तथा नए कमरा बनाने के लिए 60 हजार का अनुदान दिया जा रहा है। प्रशिक्षण शिविर में प्रशिक्षक जसवंत जायड एवं मुकेश वर्त्वाल द्वारा होम स्टे संचालको को पर्यटन गतिविधियों, रिसोर्स, पर्यटकों का पंजीकरण, हाउसकीपिंग, स्थानीय व्यंजनों एवं उत्पादों को परोसने का व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। होमस्टे संचालकों एवं स्थानीय जन प्रतिनिधियों ने उर्गम में हैलीपेड निर्माण, ट्रैकिंग मार्गों का सुधारीकरण, सार्वजनिक स्थानों पर शौचालय निर्माण आदि सुझाव सहित अपनी समस्याएं भी जिलाधिकारी के समक्ष रखी। इस दौरान परियोजना निदेशक आनंद सिंह, जिला पर्यटन विकास अधिकारी एस एस राणा, मुख्य कृषि अधिकारी वीपी मौर्य, मुख्य उद्यान अधिकारी तेजपाल सिंह, खंड विकास अधिकारी मोहन जोशी, अन्य विभागीय अधिकारियों सहित प्रधान संगठन के अध्यक्ष अनूप सिंह नेगी, ग्राम प्रधान एवं प्रशिक्षण ले रहे होमस्टे संचालक मौजूद थे।क्षेत्र भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी ने उर्गम व सलना गांव में विभिन्न विकास योजनाओं का स्थलीय निरीक्षण भी किया। सलना में संचालित बद्री गाय घी ग्रोथ सेंटर का निरीक्षण करते हुए उन्होंने दुग्ध उत्पादन एवं ग्रोथ सेंटर को अन्य तकनीकी आवश्यकताओं के बारे जानकारी ली। पेयजल की समस्या पर जिलाधिकारी ने जल निगम द्वारा निर्मित पेयजल योजना को तत्काल जल संस्थान को हैडओवर करने के निर्देश दिए।