बसों का लेखा-जोखा समय पर उपलब्ध करवाने के दिए निर्देश
समाचार इंडिया/ऋषिकेश। आगामी अप्रैल माह से प्रारंभ होने वाली चारधाम यात्रा की तैयारी को लेकर परिवहन विभाग ने चारधाम यात्रा का संचालन करने वाली संयुक्त रोटेशन से जुड़ी सभी कंपनियों के संचालकों की बैठक में अपनी बसों का लेखा-जोखा समय पर उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। साथ ही यात्रा में जाने वाले यात्रियों को अच्छी और सुविधाजनक बसें उपलब्ध करवाए जाने की भी बात कही। ताकि विभाग के पास यात्रा काल के दौरान बसों का पूरा विवरण उपलब्ध हो। नियम का उल्लंघन करने वाले बस मालिक के विरुद्ध मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा। शनिवार को परिवहन विभाग के कार्यालय में आरटीओ प्रशासन सुशील कुमार शर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक के दौरान यात्रियों को उपरोक्त कार्य के लिए आवश्यक पत्रों का पूरा डाटा उपलब्ध करने के साथ यह निर्णय लिया गया कि चारधाम यात्रा में 60 फीसद चारधाम यात्रा और लोकल मार्गों पर 40 फीसद बसों का संचालन किया जाएगा। बैठक में यह भी बताया गया कि इस बार यात्रियों को अधिक सुविधा देने के लिए सिटी बसों के साथ स्कूल बसों से यात्रा का संचालन नहीं किया जाएगा। साथ ही हरिद्वार से अन्य प्रदेशों से आकर यात्रा में जाने वाले वाहनों को भी सख्ती के साथ रोका जाएगा, जिससे यात्रा में अफरा-तफरी का माहौल पैदा ना हो।बैठक में बताया गया कि यात्रा के दौरान अधिक संख्या में आने की संभावना के चलते सभी चेक पोस्टों पर सख्ती के साथ बस से संबंधित सभी दस्तावेजों की चेकिंग भी की जाएगी। यही नहीं आए यात्रा काल के दौरान यात्रा मार्ग पर बसों के खराब होने की स्थिति में परिवहन विभाग को ऐसी बसों की व्यवस्था भी करनी चाहिए जो कि उन बसों की सवारियों को सुगमता पूर्वक यात्रा करवा सकें। बैठक में उन सभी ट्रेवल एजेंटों का जोड़ा भी गया था जो पंजीकृत हैं। इसमें बताया गया कि यदि बिना पंजीकरण के यात्रियों को ले जाते हुए बस संचालक-आपरेटर पकड़ा गया तो उसके विरुद्ध यात्रियों को बरगलाने और 420 का मुकदमा भी कराया जाएगा। बैठक में यह भी जानकारी दी गई थी इस बार जो यात्रीगण अपना पंजीकरण करवा कर आएगा, उसे ही यात्रा पर जाने की अनुमति दी जाएगी। इसके लिए कई चेकिंग टीमों का गठन भी किया गया है। बैठक में यह भी जानकारी दी गई कि यदि यात्रियों की संख्या अधिक आएगी तो कुमाऊं मंडल की गाड़ियां भी मई माह में हायर की जाएंगी।