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जल स्तर में निरन्तर गिरावट पर चिन्ता व्यक्त की

समाचार इंडिया ऊखीमठ। आर सी हिमालयन इंस्टीट्यूट हॉस्पिटल ट्रस्ट जौलीग्रांट देहरादून के तत्वधान में केदार घाटी के गुप्तकाशी में एक दिवसीय जल जीवन मिशन कार्यशाला आयोजित की गयी जिसमें जनप्रतिनिधियों,पेयजल स्वच्छता समिति के सदस्यों, जल संस्थान व जल निगम के अधिकारियों ने बढ – चढकर भागीदारी की। कार्यशाला में जल संरक्षण व संवर्धन पर गहनता से विचार रखे गये, तथा प्राकृतिक जल स्रोतों के जल स्तर में निरन्तर गिरावट पर चिन्ता व्यक्त की गयी। कार्यशाला का उद्घाटन प्रधान गुप्तकाशी प्रेम सिंह नेगी दीप प्रज्ज्वलित करते हुए कहा कि जल जीवन मिशन की घोषणा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा अगस्त 2019 को की गयी थी तथा जल जीवन मिशन का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के जीवन स्तर पर सुधार लाना है। कार्यशाला में अतुल उनियाल ने जानकारी देते हुए कहा कि भारत के संविधान के 73 वें संशोधन में पेयजल के विषय को ग्यारहवीं अनुसूची में रखा है और इसका प्रबंधन ग्राम पंचायतों को सौपा गया है। भानु भटट् ने कहा कि पूरे भारत वर्ष में जल जीवन मिशन के तहत हर घर जल, हर घर नल योजना के तहत लगभग 12 करोड़ घर इस योजना से जुड़ चुके है।

शक्ति भटट् ने कहा कि देश के महाराष्ट्र, गुजरात, बैगलोर, राजस्थान व नोयडा सहित विभिन्न राज्यों में जल संकट बना हुआ है तथा भविष्य में यह संकट विकराल रूप धारण कर सकता है जो कि भविष्य के लिए शुभ संकेत नही है। जयवीर बर्त्वाल ने कहा कि दिल्ली में यमुना का जल निरन्तर प्रदूषित होता जा रहा है तथा पूरे विश्व में 2:5 प्रतिशत ही स्वच्छ जल बचा हुआ है तथा भारत में 54 प्रतिशत जल धीरे – धीरे प्रदूषित होता जा रहा है। इस मौके पर प्रधान हुक्म सिंह फर्स्वाण, नवीन रावत, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य कमल रावत,जल संस्थान के अवर अभियन्ता बीरेन्द्र भण्डारी, पूर्णानन्द सेमवाल, प्रेम प्रकाश सिंह, हरीश तिवारी, रजनी देवी, पुष्पा देवी, राधा देवी, कुशलानन्द, सुरजीत सिंह, प्रदीप सिंह, अनीता देवी, जगदीश सिंह, रश्मि देवी, विनीता नौटियाल सहित पेयजल स्वच्छता समिति के प्रतिनिधि, जनप्रतिनिधि, जल निगम , जल संस्थान के अधिकारी व ग्रामीण मौजूद थे।

लक्ष्मण सिंह नेगी 

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