बहादुर सन्नी को मिलेगा सम्मान
समाचार इंडिया। रामनगर। ढाई साल पहले नगर से सटकर बहने वाली कोसी नदी में अपने से दुगुनी उम्र के डूबते हुए युवक को मौत के मुंह से खींचकर बाहर लाने वाले बालक सनी को इस साल उसकी वीरता के लिए गणतंत्र दिवस के मौके पर वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है। कोरोना के कारण 20 अगस्त 2020 में सनी के इस बहादुरी का पुरस्कार उसे ढाई वर्ष बाद दिया जा रहा है। यह पुरस्कार लेने सनी अपनी मां के साथ दिल्ली जा चुका है। यह घटना तब की है जब उत्तराखंड के नैनीताल जिले के रामनगर में मोतीमहल इलाके में रहने वाले 22 साल के इस युवक ने मानसिक रूप से परेशान होकर रविवार सुबह करीब 11 बजे कोसी बाईपास पुल से 40 फीट नीचे कोसी नदी में छलांग लगा दी। घटना को देखकर कई लोगों की चीख निकल गई थी। इस बीच जब युवक पानी में डूबने लगा तो उसने मदद के लिए गुहार लगाई। लेकिन लोग डूबते हुए उस युवक की मदद की बजाए मोबाइल से वीडियो बनाने लगे। इसी बीच पुल के नीचे खड़े आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले 12 साल के सन्नी ने बहादुरी का परिचय देते हुए नदी में छलांग लगा दी। इसके बाद उसे पानी से संघर्ष करते हुए बाहर निकाल लाया था। रोंगटे खड़े कर देने वाली इस घटना में कई ऐसे पल भी आए जब कोसी की तेज धारा 12 साल के लड़के को भी अपनी ओर खींच रही थी। लेकिन 15 मिनट के अथक प्रयास के बाद बहादुर लड़के ने डूब रहे युवक को गहरे कुंड से बाहर निकाल लिया। घटना के बाद नदी में डूब रहे इस युवक को जान पर खेल कर बचाने वाले 12 साल के बच्चे को विधायक दीवान सिंह बिष्ट ने सम्मानित करने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि कोसी नदी में डूब रहे युवक को बचाना आसान काम नहीं था। 12 साल के बच्चे ने सूझबूझ का परिचय दिया। लोगों को घटनाओं से सीख लेने की जरूरत है। बहादुर बच्चे को वीरता पुरस्कार दिलाने के लिए वह देहरादून जाकर सीएम से 12 साल के लड़के को सम्मानित करने को लेकर बात करेंगे। जिसके बाद जान बचाने वाले इस बंबाघेर निवासी सनी कश्यप का नाम राज्य सरकार ने बहादुरी पुरस्कार के लिए भेजा था। सनी कश्यप की इस बहादुरी पर आगामी 26 जनवरी को दिल्ली में पुरस्कृत किया जाएगा। पुरस्कार लेने के लिए सनी अपने परिजनों के साथ दिल्ली बहुत चुका है। दिल्ली पहुंचने के बाद सनी ने बताया कि वह बेहद खुश है और सरकार द्वारा जो उसे बहादुरी का पुरस्कार मिल रहा है उससे वह प्रफुल्लित है। आगे भी बहादुरी के कार्य करने के लिए अन्य लोगों को भी प्रेरित की बात कही है। सनी गरीब परिवार का बेटा है। उसके पिताजी काफी समय पहले स्वर्गवास हो चुका है। वह अपनी माता माया, भाई सागर के साथ एक किराए के मकान में जीवन व्यतीत कर रहा है। वर्तमान में वह दिल्ली में बाल विकास कार्यालय में रह रहा है।