सम्मान समारोह में जिले को सम्मानित करेंगी राष्ट्रपति
समाचार इंडिया/रुद्रप्रयाग। रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन ने राष्ट्रीय पटल पर राज्य और जिले का नाम रोशन किया है। विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम यात्रा के दौरान प्लास्टिक कचरे के निस्तारण के लिए जिला प्रशासन द्वारा रिसायकल संस्था के साथ चलाए गए डिजिटल डिपोजिट रिफंड सिस्टम के लिए जनपद को राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चुना गया है। मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्राॅनिक्स एंड इंफोर्मेशन टेक्नोलाॅजी की ओर से आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिता के परिणाम जारी हो चुके हैं। आगामी 7 जनवरी को केंद्र सरकार द्वारा विज्ञान भवन दिल्ली में प्रस्तावित सम्मान समारोह में राष्ट्रपति जिले को सम्मानित करेंगी। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने यह पुरस्कार मिलने पर जिला प्रशासन, तहसील ऊखीमठ, रिसायकल संस्था व समस्त जनपद वासियों को बधाई दी है।जिलाधिकारी मूयर दीक्षित ने जानकारी देते हुए बताया कि मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्राॅनिक्स एंड इंफोर्मेशन टेक्नोलाॅजी की ओर से हर वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर अलग-अलग वर्ग में यह प्रतियोगिता आयोजित की जाती है। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड सरकार द्वारा जनपद रुद्रप्रयाग को डिजिटल डिपोजिट रिफंड सिस्टम के तहत नामित किया गया था जिसमें जनपद ने राष्ट्रीय स्तर पर डिजिटल इंडिया अवाॅर्ड्स 2022 में सिल्वर मेडल का पुरस्कार जीता है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा सिंगल यूज प्लास्टिक पूरी तरह से बैन किया जा चुका है, ऐसे में यात्रा मार्ग पर लाखों श्रद्धालुओं द्वारा पानी की बोतलों, कोल्ड ड्रिंक समेत अन्य प्लास्टिक का सामान इस्तेमाल करने के बाद उसका उचित निस्तारण बड़ी चुनौती है। रिसायकल संस्था के साथ मिलकर पहले पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर केदारनाथ यात्रा मार्ग एवं दूसरे चरण में चोपता-तुंगनाथ और देवरियाताल मार्ग पर क्यूआर कोड व्यवस्था को लागू किया गया। इस वर्ष पानी की बोतलों पर क्यूआर लगाने से प्रोजेक्ट शुरु हुआ था जबकि बाद में कोल्ड ड्रिंक की बोतलों पर भी इसे लागू किया गया। आगामी यात्राओं में योजना को बड़े पैमाने पर लागू कर सभी प्रकार के प्लास्टिक कचरे को निस्तारित करने के लिए इस्तेमाल करने पर विचार किया जाएगा।