विधिविधान के साथ यमुनोत्री धाम के कपाट बंद
समाचार इंडिया/उत्तरकाशी। विश्व प्रसिद्ध यमुनोत्री धाम के कपाट पूरे विधान के साथ आज भैया दूज के पावन पर्व पर अभिजीत मुहूर्त में दिन ठीक 12 बजकर 9 मिनट पर शीतकाल के लिए बंद हो गए है। कपाट बंद होते ही यमुना की डोली के मंदिर से बाहर निकलते ही भक्तों के जयकारों से यमुनोत्री धाम का पूरा वातावरण और भक्तिमय हो उठा। कपाट बंद होने के बाद मां यमुना की डोली शनिदेव की अगुआई में पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ शीतकालीन प्रवास के लिए अपने मायके खरसाली के लिए रवाना हो गई है। अब मां भक्तों को यहीं दर्शन देंगी। कपाट बंद होने की प्रक्रिया के तहत आज सुबह से ही पूजा-अर्चना शुरू हो गई थी। ठीक आठ बजे खरसाली से अपनी बहन यमुना को लेने के लिए मां यमुना के भाई शनिदेव सोमेश्वर देवता की डोली खरशालीगांव से यमुनोत्री धाम के लिए रवाना हुए। यमुनोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश उनियाल ने बताया कि भैयादूज पर दोपहर 12 बजकर 9 मिनट पर विधिविधान के साथ यमुनोत्री धाम के कपाट बंद किए गए। यमुनोत्री धाम में इस बार रिकॉर्ड 5 लाख श्रद्धालुओं ने धाम में पहुंच कर मां यमुना के दर्शन किए।