Sat. Sep 21st, 2024

नेत्रदान महादान है: राजकुमार

समाचार इंडिया/पौड़ी। 
स्वास्थ्य विभाग पौड़ी की ओर से राष्ट्रीय दृष्टि विहीनता नियंत्रण कार्यक्रम के अर्न्तगत शतचण्डी नेत्र प्रशिक्षण संस्थान पौड़ी में ’37वें नेत्रदान पखवाडे’ के दौरान जनजागरुता के लिए विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में स्थानीय विधायक राजकुमार पोरी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में पौड़ी विधायक राजकुमार पोरी द्वारा कहा गया कि नेत्रदान महादान है इसलिए सभी लागों को आगे आना चाहिए, साथ ही जनजागरुकता एवं प्रचार-प्रसार के लिए भविष्य में ऐसे कार्यक्रम का आयोजन वृहद जनसहभागिता के साथ किया जाना चाहिए।

आयोजित कार्यक्रम का संचालन करते हुये समन्वयक जिला अन्धता निवारण समिति डॉ0 निर्पेश तिवारी ने कहा गया कि कार्यक्रम का उदेश्य नेत्रदान के प्रति आम-जनमानस को जागरुक करना है, बताया कि हमारे देश के नेत्र बैंक में प्रतिवर्ष कार्निया डोनेट के लिए लगभग 1 लाख 70 हजार लोगों को आवश्कता होती है किन्तु तमाम प्रयासों के बावजूद केवल 50 से 60 हजार कार्निया ही उपलब्ध हो पाते है इसलिए नेत्रदान के लिए प्रेरित करने के लिए चिकित्सा विभाग द्वारा समय-समय पर जनजागरुकता कार्यक्रम चलाये जाते है। कहा कि नेत्रदान को लेकर बहुत सारी भ्रातियां हैं जबकि नेत्रदान मृत्यु उपरान्त किया जाता है, जिससे व्यक्ति अपने जीवन के बाद भी लोगों की आखों में उजाला ला सकता है।

नेत्र विशेषज्ञ डॉ0 हसन ने नेत्रदान की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि दान की गयी आँखे जब नेत्र बैंक पहुचती है तो 36 घंटे के अन्दर कार्निया प्रत्यारोपित किया जाता है। उत्तराखण्ड में नेत्र बैंक की सुविधा हिमालयन हास्पिटल जौलीग्रान्ट देहरादून एव सुशीला तिवारी मेडिकल कालेज हल्द्वानी में उपलब्ध है।

कार्यक्रम कार्यक्रम प्रबन्धक जिला अन्धता निवारण समिति डॉ0 रमेश कुंवर ने कहा कि जनपद में नेत्रदान के लिए 222 लोगों द्वारा पंजीकरण किया जा चुका है साथ ही दृष्टिविहीनता नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद के 15 ब्लॉकों में दृष्टिमितिज्ञों द्वारा विभिन्न स्कूलों में जाकर बच्चों की स्क्रीनिंग की जाती है। साथ ही नेत्र विकारों के लिए निशुल्क दवाइयां दी जाती है आंखों के ऑपरेशन व निशुल्क चश्मे भी वितरित किये जाते हैं जिसमें हंस फाउंडेशन एवं सीतापुर नेत्र चिकित्सालय के नेत्र विशेषज्ञों के माध्यम से भी नेत्र सर्जरी की जाती है। जनपद पौड़ी में कार्यक्रम के अर्न्तगत 135 प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया गया है जो बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने जानकारी दी कि बच्चों में विटामिन ए की कमी को दूर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा 1 से 5 साल तक के सभी बच्चों को आशा व एएनएम के माध्यम से विटामिन ए सीरप पिलाया जाता है। आयोजित कार्यक्रम में नगरपालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम, ए.सी.एम.ओ. डा0 कमलेश भारती, श्वेता गुसाईं टी.एस. नेगी, शतचण्डी नेत्र प्रशिक्षण संस्थान के छात्र-छात्राएं एवं विभागीय कर्मी उपस्थित थे।

 

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