शारारिक रूप से अक्षम शिक्षक होंगे रिटायर
समाचार इंडिया/देहरादून।
शिक्षा विभाग में आने वाले समय में युवाओं के लिए भर्ती का पिटारा खुल सकता है। सूत्रों के अनुसार शिक्षा विभाग अब गम्भीर रूप से बीमार शिक्षकों को रिटायरमेंट करने पर कार्य कर रहा है। सूत्रों के अनुसार अधिकांश शिक्षक बीमारी का बहाना बहाना बनाकर महीनों गायब रहते हैं, जिससे बच्चों के भविष्य पर प्रभाव पड़ रहा है। गंभीर बीमारियों की वजह से शारारिक रूप से अक्षम हो शिक्षक-कर्मचारियों को रिटायर करने की प्रक्रिया जल्द शुरू होने जा रही है। शिक्षा निदेशालय के निर्देश पर जिला स्तर पर चिह्निकरण का कार्य शुरू कर दिया गया। विभाग ने सभी सीईओ, डीईओ, बीईओ और उपशिक्षा अधिकारियों से चार बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी है। इसमे विभाग शिक्षक के पिछले दस साल की सेवा का रिकार्ड, स्कूल से गैरहाजिरी, बीमारी की वजह से अक्षमता, विभागीय स्तर पर अनुशासनात्मक कार्रवाई का ब्योरा तैयार किया जाएगा। मालूम हो कि शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने अधिकारियों को गंभीर रूप से बीमार ऐसे शिक्षकों को चिह्नित करने के निर्देश दिए हैं, जिनकी विभाग में 20 साल की सेवा पूरी हो चुकी है। 20 साल की सेवा की वजह से वित्तीय लाभ सुरक्षित रहते हैं। इन शिक्षकों के रिटायर होने से रिक्त पदों पर भर्ती का रास्ता भी खुलेगा। सूत्रों की मानें तो वास्तविक बीमार शिक्षकों के साथ ही गम्भीर बीमारी का बहाना बनाकर स्कूलों से महीनों गायब रहने वाले शिक्षकों को भी इस प्रकिया में शामिल किया जा सकता है।